पोल्ट्री फार्म क्या होता है ? पोल्ट्री फार्म का रजिस्ट्रेशन [लाइसेंस] कैसे करे | पोल्ट्री फार्म लोन सब्सिडी

पोल्ट्री फार्म (Poultry Farm) से सम्बंधित जानकारी

कृषि के क्षेत्र में पोल्ट्री फार्म का व्यवसाय काफी तेजी से बढ़ रहा है | सरकार भी पोल्ट्री फार्म के विकास को बढ़ाने के लिए प्रजनन, पालन, प्रोसेसिंग और हैचिंग प्रक्रियाओं में निवेश कर रही है | पोल्ट्री फार्मिंग में मांस व अंडे के रूप भोजन प्राप्त करने के उद्देश्य से मुर्गी और बत्तख जैसे पक्षियों का पालन किया जाता है | किन्तु पोल्ट्री फार्मिंग के व्यापार में मुख्य रूप से मुर्गियों को ही पाला जाता है, जिस वजह से इसे मुर्गी पालन या कुक्कुट पालन भी कहते है | आंकड़ों के अनुसार तक़रीबन 1.5 करोड़ कृषि किसान और 30 लाख किसान पोल्ट्री उधोग को अपना कर राष्ट्रीय आय में 26 हज़ार करोड़ का योगदान दे रहे है |

सरकार पोल्ट्री फॉर्म करने वाले किसानो को लोन व लोन के साथ सब्सिडी भी प्रदान कर रही है | जिस वजह से यह और भी मुनाफे वाला व्यवसाय के रूप में जाना जाता है| यदि आप भी पोल्ट्री फॉर्म व्यवसाय करने का मन बना रहे है, तो आपको उसके बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए | इस लेख में आपको पोल्ट्री फार्म क्या होता है, और पोल्ट्री फार्म का रजिस्ट्रेशन [लाइसेंस] कैसे करे तथा पोल्ट्री फार्म लोन सब्सिडी कैसे प्राप्त करे जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां दी जा रही है |

पोल्ट्री फॉर्म (Poultry Farm) क्या होता है

यदि आप कोई ऐसा व्यापार करना चाहते है, जिसमे कम लागत और अधिक मुनाफा हो तो पोल्ट्री फार्म का व्यवसाय आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है | इस व्यवसाय को आप तभी चालू कर सकते है, जब आपको इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी होगी | इसमें आपको किस गुणवत्ता वाली मुर्गी से कितना मुनाफा कमाया जा सकता है, इस बात की विशेष जानकारी होनी चाहिए | पोल्ट्री फार्म से मिलने वाले मांस और अंडे की मांग पूरे वर्ष रहती है | जिस वजह से यदि आप इस व्यवसाय में प्रवेश करते है, तो अच्छा मुनाफा कमा सकते है | साल के 12 महीने लोग आहार के रूप में मांस और अंडो का सेवन करते है | यही कारण है, कि बाजार में इसकी मांग बनी रहती है, और मुनाफा भी अधिक होता है |

मुर्गियों के प्रकार (Chickens Types)

पोल्ट्री फॉर्म में आप तीन तरह की मुर्गियों का पालन कर सकते है, जिसमे देशी मुर्गी, ब्रायलर मुर्गी, लेयर मुर्गी शामिल है |

  • लेयर मुर्गी :- इस तरह की मुर्गी को अंडे का उत्पादन देने के लिए तैयार किया जाता है, जो 4 से 5 माह पश्चात् अंडे देना आरम्भ कर देती है, तथा 1 वर्ष की आयु तक अंडे देती रहती है | जिसके बाद इसे मांस के लिए बेच देते है | इस मुर्गी की आयु 16 माह की होती है |
  • ब्रायलर मुर्गी :- इस किस्म की मुर्गी को केवल मांस के लिए पाला जाता है | अन्य मुर्गियों की तुलना में यह तेजी से बढ़ने वाली मुर्गी है, जिस वजह से यह मुख्य रूप से मांस के लिए इस्तेमाल की जाती है |
  • देसी मुर्गी :- देसी मुर्गी अन्य मुर्गियों की तुलना में सबसे श्रेष्ठ मानी जाती है | यह अंडे और मांस दोनों के लिए पाली जाती है | इसके अंडे और मांस की गुणवत्ता काफी अच्छी होती है, और भाव भी अधिक होता है | जिस वजह से पोल्ट्री फॉर्म वाले देशी मुर्गी के कारोबार को अधिक पसंद करते है |

पोल्ट्री फॉर्म में मुर्गियों के लिए जरूरी आहार (Poultry Farm Required Food for Chickens)

  • मुर्गियों की अच्छी वृद्धि और उत्पादन क्षमता को बनाए रखने के लिए उन्हें पर्याप्त मात्रा में आहार देना जरूरी होता है | इसके लिए प्रोटीन, शर्करा, विटामिन, खनिज, स्नेहक और पानी की उचित मात्रा को बनाए रखे | मुर्गियों को स्वस्थ आहार मिलने पर उनकी वृद्धि काफी अच्छी होती है, तथा अंडो का उत्पादन भी अधिक मिलता है |
  • मुर्गी पालन में मुर्गियों के आहार के लिए घर पर भी भोजन के मिश्रण को तैयार कर सकते है, यदि घर में मिश्रण को तैयार करने में समस्या हो रही है, तो आप बाजार से भी इस मिश्रण को खरीद सकते है | अंडे देने के 48 घंटो के पश्चात मुर्गियों को पहली खुराक दी जानी चाहिए | इसके अलावा उनके लिए पीने योग्य साफ पानी की उचित व्यवस्था भी होनी चाहिए |

पोल्ट्री फार्म लोन सब्सिडी (Poultry Farm Loan Subsidy)

सरकार पोल्ट्री फार्म के व्यवसाय को बढ़ाने के लिए लोन की सुविधा भी प्रदान करती है | वर्तमान समय में SBI (State Bank Of India) पोल्ट्री फार्म का व्यवसाय करने वाले लोगो को 75 फीसदी तक लोन दे रही है, जिससे आप निम्न स्तर पर पोल्ट्री फॉर्म का आरम्भ कर सकते है | 5 हज़ार तक मुर्गियों वाले पोल्ट्री फॉर्म के लिए भारतीय स्टेट बैंक 3 लाख रूपए तक लोन दे रही है, जिसे 5 वर्ष में लौटाना होता है, तथा इस लोन पर सब्सिडी भी प्रदान की जाती है |

पोल्ट्री फार्म लोन व सब्सिडी की विस्तृत जानकारी l

पोल्ट्री फार्म का रजिस्ट्रेशन [लाइसेंस] कैसे करे (Poultry Farm [license] Registration)

  • यदि आप पोल्ट्री फॉर्म लाइसेंस के लिए आवेदन करना चाहते है, तो सबसे पहले आपको योजना से जुड़ा फॉर्म लेना होता है, जिसकी जानकारी आपको यहाँ दी जा रही है |
  • सबसे पहले आपको पशुपालन की आधिकारिक वेबसाइट http://www.animalhusb.upsdc.gov.in/enपर जाना होगा |
  • आप पशुपालन की आधिकारिक वेबसाइट के Home Pageपर आ जाते है |
  • इस होम पेज में आपको पोल्ट्री फॉर्म के लिंक पर क्लिक करना होता है |
  • यहाँ पर आपको कुक्कू पालन के लाइसेंस से जुड़ी सभी जानकारिया मिल जाएँगी |
  • सभी जानकारियों को जानने के बाद आवेदन करने के लिए Apply Online के लिंक पर क्लिक करे |
  • आपके सामने पोल्ट्री फॉर्म के लिए आवेदन का फॉर्म खुलकर आ जायेगा |
  • इस फॉर्म में आपको जरूरी जानकारियों जैसे :- आवेदक का नाम, आवेदक के पिता का नाम, आवेदक की माता का नाम, मोबाइल नंबर, आवेदक का स्थाई पता, आधार नंबर, पैन नंबर, आवेदक का बैंक खाता संख्या, पासपोर्ट आकार का फोटो और आवेदक को हस्ताक्षर करने होते है |
  • इन सभी जानकारियों को भरने के पश्चात संबंधित दस्तावेजों को स्कैन कर अपलोड कर दे |
  • यदि आपका आवेदन सफल हो जाता है, तो आपको सभी ओरिजिनल दस्तावेजों को लेकर पशुपालन विभाग बुलाया जाता है, जिसके बाद आपको पोल्ट्री फार्म का व्यवसाय करने के लिए लाइसेंस मिल जाता है, और आप पोल्ट्री फॉर्म के व्यवसाय को बिना किसी समस्या के आरम्भ कर सकते है |

कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग (Contract Poultry Farming)

कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग एक प्रकार का साझेदारी अर्थात Partnership की पोल्ट्री फार्मिंग हैं, जिसके अंतर्गत किसान भाई अपने पोल्ट्री शेड (Poultry Shed) का निर्माण करके कंपनी के साथ साझेदारी में पोल्ट्री फार्मिंग (Poultry Farming) की शुरुआत करके साझेदार के साथ लाभ प्राप्त करते हैं। इस तरह से काम करने से किसान भाई के लिए फार्मिंग जोखिम की सम्भावना बहुत ही कम हो जाती हैं, इसके साथ निवेश भी बहुत कम हो जाता हैं, जिसके निवेश में कम्पनी का महत्वपूर्ण योगदान रहता है|

Source: Agrifarm